नई पुस्तकें >> रुद्रमहालय की कर्पूरमंजरी रुद्रमहालय की कर्पूरमंजरीरघुवीर चौधरी
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"जहां शाश्वत स्थापत्य कला इतिहास के उतार-चढ़ाव से मिलती है।"
प्रस्तुत उपन्यास गुजराती भाषा के विख्यात लेखक रघुवीर चौधरी द्वारा मूल गुजराती में लिखित एवं उन्हीं के द्वारा हिंदी में अनूदित किया गया है। यह उपन्यास गुजरात की महान स्थापत्य कला के प्रतीक मंदिर रुद्रमहालय की कर्पूरमंजरी को केंद्र में रख कर लिखा गया है। रेतीले पत्थरों में प्रकट इस महान कलाकृति का सौंदर्य भारत के इस भाग को डेढ़ सदी तक आलोकित करता रहा। इसका विध्वंस तेरहवीं-चौदहवीं सदी की परिवर्तित राजनीतिक परिस्थितियों के कारण हुआ था। स्थापत्य कला पर केंद्रित यह बेजोड़ उपन्यास है।
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